चैन की सांस में आज वेतनभोगी कर्मचारी के लिए निवेश के विकल्प पर हो रही है बात. जानिए आनंदराठी के डिप्टी CEO फिरोज अजीज से
पिछले करीब 7 साल से टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है. जुलाई 2014 में यह सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये की गई थी.